Love Poetry in Hindi and Urdu

Love poetry

Love poetry is a genre of literature that explores and expresses the complex and multifaceted emotions associated with love. It is a form of artistic expression that delves into the depths of human connection, passion, and intimacy. Love poetry has been a prominent feature throughout the history of literature, transcending cultural and linguistic boundaries.

Love Poetry in Hindi and Urdu

(1)

مُحبت میں یہ صِرف عورت کے ذِمے نہیں ہے کہ وہ اپنے ہمدم کی غیر موجودگی میں اپنی آبرو اور اُس کے رُتبے کو سنبھال رکھے، سِینے سے لگائے ہُوئے اُس کے نام کا وِرد کرتی جائے...!!

بلکہ مرد پر بھی واجب ہے کہ وہ ہِجر کے لمحات میں اپنے تمام تَر جذبات فقط اپنی زوجہ کے لیے بچا کر رکھے، اُس کی یاد کو سِینے سے یُوں لگائے جیسے دو گھڑی کو بِچھڑا نَنَھا بچہ ماں کے آنچل میں جا چُھپے...!!

مُحبت کے ترازو میں وَفا اور شِدّت برابر تُلتی ہو تَبھی تو زِندگی میں لطف آتا ہے...🙂🖤

प्यार में पति की गैरमौजूदगी में अपनी इज्जत और रुतबा कायम रखना, सीने से उसका नाम लेना ही औरत का फर्ज नहीं है...!!

इसके विपरीत हिज्र के क्षणों में पुरुष के लिए यह अनिवार्य है कि वह अपनी समस्त भावनात्मक भावनाओं को केवल अपनी पत्नी के लिए ही सहेज कर रखे!

प्यार के तराजू में वफ़ा और शिद्दत बराबर हो तो जिंदगी में मजा है।

(2)

دنیا میں اس سے بڑھ کر کوئی ایوارڈ نہیں ہو سکتا، کہ لوگ آپکی تربیت کی وجہ سے آپ کے والدین کو عزت اور آپ کو دعائیں دیں ♥️

दुनिया में इससे बड़ा कोई पुरस्कार नहीं हो सकता कि लोग आपके माता-पिता का सम्मान करें और आपकी परवरिश के कारण आपके लिए प्रार्थना करें।

(3)

" پہلے اجنبی ، پھر دوست ، پھر لمبی باتیں ، پھر مُختصر باتیں ، اور پھر اجنبی! ۔ " 💔🙂

"पहले अजनबी, फिर दोस्त, फिर लंबी बातें, फिर छोटी बातें, और फिर अजनबी!" 💔🙂

(4)

" لوگوں کی کہانیوں میں دوسرے لوگ غداری کر جاتے ہیں لیکن میری کہانی میں میرے اپنے ہی غدار نِکلے! ۔ " 💔🙂

"लोगों की कहानियों में दूसरों को धोखा दिया जाता है, लेकिन मेरी कहानी में तो मैं खुद ही गद्दार निकला!" 💔🙂

(5)

" اور پھر زِندگی کی حقیقتیں ناولوں میں لِکھی ہُوئی دِلکَش لائنوں سے ہمیشہ مُختلف رہی ہیں! ۔ " 💔🙂

"और फिर जीवन की वास्तविकताएं हमेशा उपन्यासों में लिखी आकर्षक पंक्तियों से भिन्न होती हैं!" 💔🙂

(6)

" جیسا میرے ساتھ ہُوا ہے ویسا اُس کے ساتھ نہ ہو ۔۔۔ مُختصر یہ کہ ؛ میں نے مُکافاتِ عمل بھی معاف کِیا! ۔ " 💔🙂

"जैसा मेरे साथ हुआ, वैसा उसके साथ होने दें। संक्षेप में, मैंने अपने कार्यों के परिणामों को माफ कर दिया है!" 💔🙂

(7)

" کِتنے خُوبصورت تھے خواب میرے ۔۔۔ پھر جتایا گیا کہ ؛ رنگ سانولا ہے آپ کا! ۔ " 💔🙂

"कितने खूबसूरत थे मेरे सपने। तब पता चला कि तुम्हारा रंग सनोला है!"

(8)

" میں ہر شخص کی حقیقت سے واقف ہُوں ، میں نے مقامِ خاص دے کر آزمایا ہے لوگوں کو! ۔ " 💔🙂

"मैं हर शख्स की हकीकत से वाकिफ हूं, मैंने लोगों को खास मुकाम देकर आजमाया है!" 💔🙂

(9)

" زمین کانپ گئی تھی خُدا گواہ یہاں ، تُجھے چھوڑ کر جاتے ہُوئے بھی کُچھ نہ ہُوا!؟ ۔ " 💔🙂

"धरती हिल रही थी, भगवान यहाँ है, जब मैंने तुम्हें छोड़ा तब भी कुछ नहीं हुआ!?" 💔🙂

(10)

" شدید اذیت "

" جب آپ غلط بھی نہ ہوں لیکن خود کو سہی ثابت بھی نہ کر سکیں! ۔ " 💔🙂

"गंभीर यातना"

"जब आप गलत नहीं हैं लेकिन आप खुद को साबित नहीं कर सकते!" 💔🙂

(11)

"مُدتوں روئیں گی تیری آنکھیں ہمیں بھولنے کو،

مُدتوں ہم تیرے اشکون میں پاۓ جاٸیں گے....."🙂💔

"उम्र तक तुम्हारी आँखें रोती रहेंगी हमें भूल जाने के लिए,

हम हमेशा आपकी बाहों में रहेंगे..."🙂💔

(12)

" اور پھر ‏ہم جیسے لوگ تو زندگی کا توازن برقرار رکھنے کی کوشش میں اپنا ذہنی توازن بھی کھو بیٹھتے ہیں! ۔ " 💔🙂

"और फिर हम जैसे लोग जीवन का संतुलन बनाए रखने की कोशिश में अपना मानसिक संतुलन खो देते हैं!" 💔🙂

(13)

" رات کے اِن پہروں میں ایک تُمہاری آواز کی کمی مُجھے تاحیات رہے گی! ۔ " 💔🙃

"रात के इन घंटों में तुम्हारी आवाज़ की कमी हमेशा मेरे साथ रहेगी!" 💔🙃

(14)

" بچپن میں ڈاکٹر بننے کا شوق تھا ، بڑے ہُوئے تو خود ہی پیشنٹ بن گئے! ۔ " 💔🙂

"जब मैं बच्चा था तो डॉक्टर बनना चाहता था, जब बड़ा हुआ तो खुद मरीज बन गया!" 💔🙂

(15)

تھوڑی سی خودداری بھی تو لازم تھی

جس نے ہاتھ چھڑایا ہم نے چھوڑ دیا🙂💔

थोड़ा संयम जरूरी था

जिसने भी हाथ छुड़ाया, हमने उसे छोड़ दिया 🙂💔

(16)

یہ سب سہارے اپنی جگہ مگر

تِری کمی دل کھا گئی میرا🙂🖤

ये सभी प्रॉप्स अपनी जगह पर हैं

तुम्हारी याद ने मेरा दिल खा लिया है

(17)

حد ہے اعلیٰ ظرفی کی

 ہم زندگی سے راضی ہیں🙂💔

गुणवत्ता की एक सीमा होती है

  हम जीवन से संतुष्ट हैं

(18)

اب سمجھا ماں سچ کہتی ہیں...!!

سوچیں بُوڑھا کر دیتی ہیں...🙂🖤

अब मैं समझ गया कि माँ सच कह रही है...!!

विचार आपको बूढ़ा बनाते हैं...🙂🖤

(19)

ہر دل میں تنہائی کا ایک کونا ہوتا ہے جِس تک کوئی نہیں پہنچ سکتا...🙂🖤

हर दिल में तन्हाई का एक कोना होता है, जिस तक कोई नहीं पहुंच पाता...🙂🖤

(20)

کسی کے چھوڑ جانے کے بعد جو سب سے گندی عادت لگتی ہے ہر دو منٹ بعد میسجز چیک کرنا وہ آنلائن ہے دو منٹ پہلے وہ آنلا ئن تھا ایک گھنٹہ پہلے آنلائن تھا آج صبح سے وہ آنلائن نہیں آیا ان لوگوں کیلئیے سائیلنٹ میسج جو ذہنی مریض بنا کر چھوڑ جاتے.🙂💔

किसी के जाने के बाद सबसे बुरी आदत है हर दो मिनट में मैसेज चेक करना, वह दो मिनट पहले ऑनलाइन था, वह एक घंटे पहले ऑनलाइन था, वह ऑनलाइन था, वह आज सुबह से ऑनलाइन नहीं है, जो लोग मानसिक रूप से बीमार हैं, उनके लिए साइलेंट मैसेज बनाकर ही छोड़ेंगे। .🙂💔

(21)

اِس دُنیا کی سب سے بکواس فیلنگ پتہ ہے کیا ہے جب آپکو معلوم ہی نہ ہو اُداسی کیوں ہے ؟ وحشت سی کیوں ہے؟ یہ طبیعت میں بیزاری کی آخر وجہ کیا ہے؟ آنکھوں میں آنسو بنا مطلب کیوں آرہے ہیں؟چیخنے کا دل کیوں کر رہا ہے؟ اور نیند کیوں نہیں آتی؟ سکون کہاں ہے؟ کیا صرف قبر میں یا اس روۓ زمین پر بھی ہے کہیں🙂💔

क्या आप इस दुनिया की सबसे बेवकूफी भरी भावना जानते हैं जब आप नहीं जानते कि आप दुखी क्यों हैं? यह भयानक क्यों है? प्रकृति में इस वितृष्णा का आख़िरकार कारण क्या है? आँखों में आँसू बेमतलब क्यों हैं, दिल क्यों चीख रहा है? और नींद क्यों नहीं आती? शांति कहाँ है? क्या ये सिर्फ कब्र में है या इसी धरती पर कहीं 🙂💔

(22)

مجھے جب ڈپریشن کا دورہ پڑتا ہے نا تو اکثر اوقات تو خاموشی سے روتا اور سسکتاں رہتا ہوں، تب تک جب تک سب کچھ آنسوؤں میں بہہ نا جائے اور پر سکون نا ہو جاؤں مگر بعض اوقات رو رو کے تھک جاتا ہوں، تو سوچتا ہوں کہ اب نہیں رونا بس بہت رو لیا پتھر ہونا ہے بھاڑ میں جائے سارے، ہر تعلق ہر ضرورت ہر تکلیف۔💔

जब मुझे अवसाद का दौरा पड़ता है, तो मैं अक्सर रोती रहती हूं और चुपचाप सिसकती रहती हूं, जब तक कि सब आंसू बह जाएं और मैं शांत महसूस कर लूं, लेकिन कभी-कभी मैं रोते-रोते थक जाती हूं, तो सोचती हूं कि अब मैं नहीं रोती, बस बहुत रोती हूं, मुझे पत्थर बनना है, हर चीज़, हर रिश्ता, हर ज़रूरत, हर दर्द। 💔

 

Post a Comment

0 Comments